![]() |
शनिवार 18 मार्च 2023 का पंचांग – 18 March 2023 Panchang |
18 March 2023 Panchang | 18 मार्च 2023 पंचांग | online panchang
18 March 2023 Panchang: हिन्दू पंचांग का ज्योतिष शास्त्र Astrology में बहुत महत्व है. astrojyoti panchangam इसमें समय के हिन्दू ईकाइयों वार, तिथि, नक्षत्र, करण, योग आदि का उपयोग होता है.
पंचांग online panchang में तिथि, शुभ, अशुभ, दिशा शूला, चंद्रबल और ताराबल आदि की गणना की जाती है. तो आइये जानते हैं आज 18 मार्च 2023 का पंचांग क्या कहता है.
आज 18 मार्च 2023 शनिवार का दिन है। तिथि–कृष्ण एकादशी - 11:15:14 तक । सूर्य मीन राशि में है , प्रवेश योग –परिघ - 3:33:58 तक, नक्षत्र: उत्तराषाढ़ा - 2:47:58 तक, और करण: बालव - 11:12:13 तक, है । आज का दिन बहुत ही शुभ फलदायक है। देखिए आज का पंचांग, today Panchang, 18 March 2023 panchang
18 मार्च 2023 का पंचांग | 18 March 2023 ka panchang | today Panchang
आज की तिथि | today nakshatra and rashi | Today tithi
18 March 2023 panchang ।। आज का शुभ मुहूर्त
आज का शुभ समय जिसमे शुभ मुहूर्त किया जा सकता है। आज दिनांक 18 मार्च 2023 का शुभ मुहूर्त । अगर कोई शुभ कार्य करने जा रहे हैं तो अभिजीत समय में करें। उसके बाद अन्य में कर सकते हैं जब अभिजीत का समय नहीं हो तो।
18 March 2023 panchang ।। आज का शुभ योग
18 March 2023 panchang ।। आज का अशुभ मुहुर्त
आज का अशुभ मुहुर्त जिसमे शुभ कार्य नहीं किया जा सकता है।
18 March 2023 panchang ।। आज का चौघड़िया | aaj ka choghadiya
किसी शुभ कार्य को प्रारम्भ करने के लिए अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघड़ियाओं को उत्तम माना गया है और शेष तीन चौघड़ियाओं, रोग, काल और उद्वेग, को त्याग किया जाता है।
आज दिन का चौघड़िया | din ka choghadiya
आज रात का चौघड़िया | rat ka choghadiya
People also ask
18 मार्च 2023 को क्या है ?
18 मार्च 2023 को शनिवार है. शनिवार के दिन पर भगवान शनि देव की पुजा होती है ।
18 मार्च 2023, को कौन सा व्रत, त्यौहार है ?
18 मार्च 2023, शनिवार के दिन 1 व्रत और त्यौहार है
18 मार्च आज का शुभ मुहूर्त क्या है?
सुबह 6:00 बजे से शुरू हो जाते हैं औऱ आज 18 March 2023 के अनुसार आज का शुभ मुहूर्त ऊपर तालिका में देख सकते है।
18 मार्च 2023 को कौन सी तिथि है?
तिथि :- कृष्ण एकादशी - 11:15:14 तक
तिथि विशेष: नंदा तिथि - सारांश : व्रत, पूजन, निर्माण, तीर्थयात्रा, उत्सव तथा प्रण का अवलोकन करने के लिए शुभ।
पंचाग क्या है ?
पंचांग, (Panchang) पंचांगम एक हिन्दू कैलेंडर (Hindu calender) है. जो खगोलीय घटनाओं पर निर्धारित है. पंचांग में खगोलीय जानकारी को सारणीबद्ध किया जाता है. जिसका उपयोग ज्योतिष या हिन्दू धार्मिक विधान करने के लिए अति महत्वपूर्ण हो जाता है. किसी घटना घटनेपर विशिष्ट नक्षत्र, करण या योग महत्वपूर्ण भूमिका निभाते दिखाई देते है. यह जानकारी ज्योतिष अनुमान द्वारा मिल सकती है. पंचांग का उपयोग कर ज्योतिष गणना द्वारा राशिफल दिया जाता है.
पंचांग (Panchang) शब्द का उपयोग संस्कृत से किया जाता है. पंचांग (Panchang) यानि पांच अंग जो ऊर्जा स्त्रोतोंका प्रतिनिधित्व करते है. यह स्त्रोत दृश्य और अदृश्य दोनों में शामिल है. स्थान या क्षेत्र, समय, तारिक आदि, किसी मुहूर्त के लिए सटीक पंचांग का परिणाम बहुत ही महत्वपूर्ण है. तीथि, योग, वर, नक्षत्र और करण पंचांग की पांच विशेषताएं है. पंचांग की इन पांच विशेषताए जब किसी खास कारन के लिए संतुलन बनाये रखने पर, उसे मुहूर्त कहा जाता है. धार्मिक विधि, विधान करने के लिए, किसी कार्य का प्रयोजन करने के लिए, शुभ मुहूर्त बहोत ही महत्वपूर्ण बन जाता है.
पंचांग की जरुरत क्यों है ?
पंचांग का उपयोग मुख्यत्वे, काल गणना, तिथि वार, व्रत, शुभ मुहूर्त, देखने के लिए पंचांग का उपयोग किया जाता है. दैनिक पंचांग में नक्षत्र, योग, करन सहित, शुभ - अशुभ समय, मुहूर्त, चंद्र बल, तारा बल पंचांग में आसानीसे उपलब्ध है.
पंचांग (Panchang) का निर्धारण, ब्रम्हांड की गति पर निर्भर है. इसलिए जैसे जैसे पृथ्वी भ्रमण करती है, पंचांग समय क्षेत्र के अनुसार बदलता दिखाई देता है. इसलिए एक ही पंचांग अलग अलग क्षेत्रों के लिए अलग अलग हो सकता है. इसलिए सही पंचांग का समय निर्धारण के लिए, क्षेत्र को चुनना अति महत्वपूर्ण है.